कोई मुझे बुलाता रहा और, मैं रोती रही दिल के जख्मों को, रो-रो कर आंसुओं से धोती रही।
आपकी मुस्कुराहट आपके चेहरे पर , भगवान के हस्ताक्षर हैं, अपने आंसुओं से उसे धुलने या क्रोध से मिटने ना दें। Bk Shivani